Priyanka
पाताल लोक है सर, इतना मत घुसिए कि मेरी तरह निकलना मुश्किल हो जाए..
तू चिंता मत कर... मैं पाताल लोक का परमानेंट निवासी हूं।
यह सिस्टम एक नांव की तरह है चौधरी पता है कि इसमें छेद है और तू उनमें से है, जो नांव को बचाने की कोशिश कर रहा है। तू मरेगा चौधरी...
रे क्या फायदा ऐसी नौकरी का जिसमें जान चली जाए.. तू ही बता क्या मैं गलत कह रहा हूं?
हम गली-क्रिकेट के लौंडे हैं चौधरी और यहां वर्ल्डकप चल रहा है।
कोई है मैडम जो इस केस की गोटियां गायब कर रहा है। मेरा तर्जुबा है कि ऐसे टाइम पर या तो आप नौकरी कर लो या ड्यूटी कर लो।
ये तो अपने अंसारी साहब हैं, बड़ी लंबी छलांग मारी है SDM ने