7 फिल्मों के अजीबो-गरीब नाम, जिन्हें सुन आ जाएगी हंसी7 फिल्मों के अजीबो-गरीब नाम, जिन्हें सुन आ जाएगी हंसीHema Sharmaबॉलीवुड की ऐसी बहुत सी फिल्में हैं जिनके अजीबो-गरीब नाम हैंफिल्मों के अजीब नामसाल 1971 में आई फिल्म 'जल बिन मछली नृत्य बिन बिजली' का नाम सुनकर हंसी आना लाजमी है'जल बिन मछली नृत्य बिन बिजली'फिल्मों के वो नाम जिन्हें सुन आप हंसी नहीं रोक पाएंगे, उनमें से एक है 'मुर्दे की जान खतरे में''मुर्दे की जान खतरे में'जूही चावला की की फिल्म 'मेहंदी बन गई खून' का नाम भी कुछ अलग सा है'मेहंदी बन गई खून'अरे ये क्या कहावत पर भी फिल्म का नाम रख दिया, 'अल्लाह मेहरबान तो गधा पहलवान''अल्लाह मेहरबान तो गधा पहलवान'जितेंद्र और रीना रॉय की फिल्म 'उधार का सिंदूर' का नाम सुनते ही दिमाग में कुछ और ही आ जाता है'उधार का सिंदूर'धर्मेंद्र, संजीव कुमार और फरीदा जलाल की फिल्म 'धोती लोटा और चौपाटी' का नाम सुनते ही हंसी छूट पड़ती है'धोती लोटा और चौपाटी'नाना पाटेकर की फिल्म 'थोडासा रूमानी हो जाएं' कुछ अजीब सा नाम नहीं है'थोडासा रूमानी हो जाएं'