7 डबल मीनिंग गाने जिन्हें सुन आ जाएगी शर्म

Hema Sharma

गाने सुनना अधिकतर लोगों को पसंद होता है, इन्हें सुन माइंड रिलेक्स होता है।

बेहतरीन गाने

लेकिन कुछ गाने ऐसे होते हैं जिनका डबल मीनिंग होता है,  बहुत से गाने तो सुनने में ही शर्म सी आ जाती है।

डबल मीनिंग गाने

इस लिस्ट में सबसे पहले हम रखेंगे माधुरी दीक्षित का गाना चोली के पीछे क्या है, हालांकि इसका मतलब दिल से है, लेकिन डबल मीनिंग होने की वजह से कुछ लोग इसे सुनना पसंद नहीं करते।

'चोली के पीछे क्या है'

90 के दशक का फेमस गाना ‘चढ़ गया ऊपर रे, अटरिया पे लोटन कबूतर रे’ भी डबल मीनिंग गाना है, जिसमें मिथुन चक्रवर्ती और आयशा जुल्का हैं।

‘चढ़ गया ऊपर रे'

फिल्म 'राजा बाबू' का हिट गाना ‘सरकाई लो खटिया जाड़ा लगे’ एक डबल मीनिंग गाना है जो गोविंदा और करिश्मा कपूर पर फिल्माया गया है।

सरकाई लो खटिया जाड़ा लगे’

फिल्म 'राउडी राठौर' का हिट गाना आ रे 'प्रीतम प्यारे' भी डबल मीनिंग की लिस्ट में आता है, जिसमें  'पल्लू के नीचे छिपा कर रखा है' लिरिक्स पर सवाल उठते हैं।

'आ रे प्रीतम प्यारे'

फिल्म 'तेरे मेरे बीच में'  का गाना तेरी ले लूं एक ऐसा बकवास और डबल मीनिंग गाना है जो सुनने लायक बिल्कुल भी नहीं है।

'तेरी ले लूं'

आपने 'डीके बोस' गाना तो सुना ही होगा, ये गाली के समान लगता है, जिसे डबल मीनिंग की लिस्ट में रखा गया है।

'डीके बोस'

'आई एम ए हंटर' 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' का गाना है जिसे समझना थोड़ा मुश्किल है।

'आई एम ए हंटर'