मुंबी (22 मई): ऐक्ट्रेस और ऐक्टिविस्ट शबाना आजमी ने रविवार को कहा है कि मुस्लिम समाज में चली आ रही तीन तलाक की प्रथा अमानवीय है और यह हर मुस्लिम महिला के मूलभूत अधिकारों का उल्लंघन करता है। शबाना ने कहा कि मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करना सरकार का दायित्व है और तीन तलाक को खत्म करने के मुद्दे पर कोई दो राय नहीं होनी चाहिए। शबाना ने कहा, ‘तीन तलाक अमानवीय है और हर मुस्लिम महिला के मूलभूत अधिकारों का उल्लंघन करता है। यह पूरी तरह अमानवीय है और मुस्लिम महिलाओं को समानता या सशक्तीकरण के उनके अधिकार से वंचित करता है।’ एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘यहां तक कि पवित्र कुरान भी कहीं भी तीन तलाक की इजाजत नहीं देता है।’ देशभर में तीन तलाक पर बड़ी बहस चल रही है। तीन तलाक की संवैधानिक वैधता को चुनौती देती कुछ याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रखा है।
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तीन तलाक पर शबाना आजमी ने कही ये बड़ी बात
मुंबी (22 मई): ऐक्ट्रेस और ऐक्टिविस्ट शबाना आजमी ने रविवार को कहा है कि मुस्लिम समाज में चली आ रही तीन तलाक की प्रथा अमानवीय है और यह हर मुस्लिम महिला के मूलभूत अधिकारों का उल्लंघन करता है। शबाना ने कहा कि मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करना सरकार का दायित्व है और तीन तलाक को […]
First published on: May 22, 2017 11:03 AM