फिल्मी परदे पर रेखा जितनी सफल रही.निजी रिश्तों में शायद उतनी ही नाकाम। रेखा ने जब भी दिल लगाया टूटा उनका भरोसा। एक के बाद एक रेखा का नाम कई लोगों से जुड़ता चला गया लेकिन हर मोहब्बत एक दर्द भरा अफसाना बनता चला गया लेकिन इन सभी अफसानों में सबसे ज्यादा चर्चित रहा रेखा और अमिताभ का फसाना। अमिताभ और रेखा की कहानी ऐसी है जिसे पिछले 35 सालों से मीडिया ने शायद सबसे ज्यादा छापा। अपने सभी रिश्तों पर चुप्पी साधने वाली रेखा अमिताभ के बारे में सरेआम बोलती पाई गई। अमिताभ के लिए रेखा के दिल में जो प्यार है इसका इजहार उन्होंने कई बार किया लेकिन अमिताभ हमेशा ही रेखा के बारे में बोलने से बचते रहे। अमिताभ ने कभी नहीं माना कि उनका रेखा से कोई संबंध था। अमिताभ और रेखा के बीच नजदीकियों की खबरों में साल 1976 से मीडिया में जगह बनानी शुरु की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फिल्म दो अनजाने के सेट पर शुरू हुआ इनके बीच प्यार का सिलसिला। फिल्म दीवार देखने के बाद रेखा अमिताभ को पसंद ही नहीं उनसे इश्क भी करने लगी थी। ये बात रेखा ने अपने कई इंटरव्यूज में कही। करीब 9 फिल्मों में रेखा और अमिताभ ने साथ काम किया और हर फिल्म के साथ परदे पर इनकी जोड़ी कामयाब होती रही …रेखा अमिताभ के प्य़ार में पड़ने लगी और मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमिताभ भी रेखा को पसंद करने लगे थे। दो अनजाने के पहले रेखा कभी अपने काम को लेकर सीरियस नहीं थीं लेकिन अमिताभ की वजह से वो ना सिर्फ अपने लुक बल्कि एक्टिंग को भी निखारने लगी और अमिताभ के प्यार में रेखा बदलने लगी । कहते हैं अमिताभ के साथ ज्यादा से ज्यादा फिल्में तलाशने लगी रेखा। फिल्म दर फिल्म प्यार बढ़ता रहा….फिल्मों के सेट से उनके अफेयर्स की खबरें मैगजीन्स में आने लगी । मुकद्दर का सिकंदर तक तो अमिताभ और रेखा का प्यार परवान चढ़ गया । तब तक अमिताभ बॉलीवुड के सिकंदर बन गए और रेखा उनमे अपना मुकद्दर तलाशने लगी थी। फिल्म मैगजीन्स रेखा अमिताभ के बारे में खबरे छपती रहीं और उस दौर में अमिताभ ने मीडिया से एकदम दूरी बना ली। जया बच्चन तक भी इस अफेयर की खबरें पहुंची और इस बात को लेकर उनके घर में भी काफी हंगामा रहा। कहते हैं रेखा दिल ही दिल में चाहती थीं कि जमाने के सामने अमिताभ कम से कम इस रिश्ते की बात तो करें। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। अमिताभ हमेशा इस रिश्ते को लेकर चुप रहे। जब भी उनसे रेखा पर सवाल किया गया उन्होंने यहीं कहा कि रेखा उनके लिए एक कोस्टार से ज्यादा नहीं थी । अमिता्भ ने सिमी गरेवाल के साथ एक इंटरव्यू में कहा था कि उनकी और रेखा की कहानी मीडिया ने गढ़ी है। जबकि रेखा ने फिल्म फेयर को दिए इंटरव्यू में कहा था कि वो और अमिताभ एक दूसरे के प्यार में हैं। 1981 में अमिताभ – रेखा और जया ने फिल्म सिलसिला में काम किया ये फिल्म उनकी रीयल कहानी बताई गई। मीडिया में खबरें आईं कि इस फिल्म में साथ काम करने के लिए खुद अमिताभ ने रेखा और जया से बात की थी क्योंकि साथ काम करने से ये साबित हो सकता था कि रेखा और जया में कोई अनबन नहीं है और इस बात से अमिताभ-रेखा के अफेयर की खबरों पर भी लगाम लग जाएगा। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। रेखा-अमिताभ का मिलना-जुलना बंद हो गया, साथ फिल्में करना भी बंद हो गया लेकिन उनके बारे में खबरें छपनी कम नहीं हुई। 1983 की फिल्म कुली की शूटिंग के दौरान हुए हादसे के बाद जब अमिताभ मौत और जिंदगी की जंग लड़ रहे थे तो रेखा अपने आप को रोक नहीं सकीं और अमिताभ की एक झलक पाने के लिए पहुंच गई हॉस्पिटल। लेकिन उन्हें अमिताभ से मिलने नहीं दिया गया और फिर रेखा समझ गई कि अमिताभ अपने परिवार के पास लौट चुके हैं। लेकिन रेखा के दिल में अमिताभ हमेशा बने रहें। कहते हैं रेखा आज भी अमिताभ के नाम का सिंदूर लगाती हैं।