RD Burman Birth Anniversary: संगीत की दुनिया के बेताज बादशाह आर डी बर्मन (RD Burman) बेशक आज हमारे बीच नहीं हैं लेकिन अपने संगीत के जरिए आज वो लोगों के दिलों में जिंदा हैं। आज राहुल देव बर्मन की 83वीं बर्थ एनिवर्सरी है। आइए जानते हैं उनसे जुड़ी कुछ अनसुनी बातें:
एसडी बर्मन के बेटे आर डी बर्मन को बचपन से संगीत का शौक था। 9 साल की उम्र में उन्होंने अपने पिता से कहा था कि उन्हें संगीत कार बनना हैं। बेटे के मुंह से यह बात सुनकर एसडी बर्मन हैरान रह गए थे। लेकिन फिर उन्होंने पूछा कि कोई धुन बनाई है। तब आरडी बर्मन ने तुरंत ही अपने पिता के सामने एक साथ नौ धुन पेश कर दीं।
फिल्म ‘फंटूस’ में आरडी बर्मन की धुन को उनके पिता ने इस्तेमाल किया था। बताया जाता है कि इस बात से वो अपने पिता से काफी नाराज हो गए थे।अपने पिता से बोले कि उन्होंने उनकी धुन चुराई है। इस पर एसडी बर्मन ने भी ऐसा जवाब दिया था, जिससे बेटे राहुल की बोलती बंद हो गई। उन्होंने कहा कि वह देखना चाहते थे कि लोगों को उनकी बनाई धुन पसंद आती भी है या नहीं। पिता की बात सुनकर आरडी बर्मन कुछ नहीं बोल पाए।
संगीतकार राहुल देव बर्मन यानी आरडी बर्मन 300 से ज्यादा फिल्मों में अपने संगीत का जादू बिखेरा था, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि उन्होंने अपने करियर की शुरुआत अपने पिता के असिस्टेंट के तौर पर की थी। अपने अनोखे संगीत से पंचम दा ने पूरी दुनिया को अपना दीवाना बना लिया था। 60 से लेकर 80 के दशक तक म्यूजिक इंडस्ट्री पर आरडी बर्मन का राज था। उनके म्यूजिक की दीवानगी लोगों के बीच आज भी देखने को मिलती हैं।
अपने जीवन काल में आरडी बर्मन ने कई इंटरनेशनल आर्टिस्ट के साथ भी काम किया था और शायद यही कारण था कि उनके संगीत में एक ग्लोबल टच भी महसूस होता हैं।ये कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि पंचम दा ने भारतीय संगीत को एक नई दिशा प्रदान की। आज के तमाम म्यूजिक डायरेक्टर्स उन्हें अपनी प्रेरणा मानते हैं। उनके कुछ बेहतरीन गानें हैं:’क्या हुआ तेरा वादा’, ‘ओ मेरे दिल के चैन’, सागर जैसी आंखों वाली इत्यादि।
अपने गानों के साथ-साथ पंचम दा अपनी निजी जिंदगी को लेकर भी चर्चा में छाए हुए थे। मशहूर गायिका आशा भोसले के साथ शादी कर उन्होंने उस वक्त खूब सुर्खियां बटोरी थी। साल 1980 में आरडी बर्मन ने आशा भोसले के साथ दूसरी शादी रचाई थी। फैंस को इनकी जोड़ी खूब पसंद थी।
अपने जीवन के अंतिम समय में पंचम दा आशा से दूर अलग घर में रहते थे। कुछ मीडिया खबरों के अनुसार पंचम दा के हाउस मेड ने आशा भोंसले को उनकी बिगड़ती तबियत की जानकारी दी थी फिर आशा उन्हें अस्पताल लेकर गईं थी जहां आरडी बर्मन साहब ने आखिरी सांसे ली।