प्रकश राज ने कही ये बात (Prakash Raj on Sanatan Dharma)
कार्यकर्म के दौरान प्रकश राज आगे कहते हैं कि एक मुस्लिम बस कंडक्टर के मुद्दे पर बात करते हुए कहते हैं कि उसने अपनी धार्मिक टोपी पहनी हुई थी। एक महिला ने उसे हटाने को कहा। ये बोलने वाले लोग ही होंगे। वहां आसपास के लोग कौन थे, जो ये सब देख रहे थे। अगर कल एक कंडक्टर इप्पा माला पहनेगा तो आप उन्हें एक कंडक्टर के रूप में देखेंगे या फिर उनकी भक्ति के रूप में ? हर किसी को अपने धर्म का पालन करना चाहिए। इस देश में सभी को जीवित रहना चाहिए ना?
‘ये डेंगू का बुखार है’
एक्टर इसके आगे कहते हैं कि जय श्री राम जुलूस में 18 साल के युवा चाकू और तलवार लेकर चल रहे थे ये सब देखकर मुझे दुख होता है। उन सभी को अपने बारे में सोचना चहिए। मैं हैरान हूं कि कैसे उनका ब्रेनवॉश किया जाता है। उन्होंने आगे कहा- 8 साल के बच्चे को धर्म से जोड़ना सनातन नहीं है? ये डेंगू का बुखार है जिसे खत्म करना बहुत जरूरी है।