Heart Of Stone Review/Ashwin: इंटरनेशनल स्पाई थ्रिलर्स का एक सेट फॉर्मेट होता है.... और बहुत हद तक, तकरीबन 90 परसेंट फिल्में - टॉम क्रूज़ की ब्लॉकबस्टर – मिशन एंपॉसिबल फ्रैंचाइज़ सी होती हैं। जैसे ये शुरु होगी, दुनिया की सबसे ग्लैमरस, लेकिन ख़तरनाक लोकेशन से, इसमें दुनिया को बचाने के लिए मिशन होगा, जिस स्पाई टीम पर दुनिया को बचाने की ज़िम्मेदारी होगी, उसमें से ही एक दग़ाबाज़ होगा, और फिर शुरु होगा एक्शन का ऐसा खेल, जिसे आपको पलकें झपकने की भी इजाज़त नहीं होगी। ये एक्शन, यूरोप के कई देशों की बड़ी-बड़ी इमारतों से होते हुए, संकरी से संकरी गलियों तक चलता रहेगा। आख़िरकार खलनायक, जब दुनिया को ख़त्म करने के मुंहाने पर होगा, और सारी उम्मीदें ख़त्म हो चुकी होगी, तब हीरो आख़िर में कुछ ना कुछ ऐसा कमाल करेगा, कि खलनायक का ख़ात्मा होगा, हीरो की जीत होगी।
आलिया की मौजूदगी से बढ़ी दिलचस्पी
नेटफ्लिक्स की इंटरनेशनल फिल्म – हार्ट ऑफ़ स्टोन, जिसमें बॉलीवुड स्टार – आलिया भट्ट की मौजूदगी ने इसे हमारे लिए और भी दिलचस्प बना दिया है, और जिसका बजट 130 मिलियन डॉलर यानि तकरीबन 1045 करोड़ रुपए हैं, उसकी कहानी तकरीबन यही है। तकरीबन का मतलब कि यहां दुनिया को बचाने की ज़िम्मेदारी हीरो की नहीं, हिरोइन की है।
हॉर्ट ऑफ़ स्टोन की शुरुआत होती है इटली से, जहां एक इंटरनेशनल ऑर्म्स सप्लायर को पकड़ने के लिए MI6 अपना जाल बिछाती है। इस मिसन को पार्कर ( जेमी डॉरनन) लीड कर रहा है, उसके साथ थेरेसा ( ज़िंग लुसी) को एक एक्सक्लूसिव पार्टी मेंजाना है, जहां हैकर्स ने ऑर्म्ड फोर्सेज़ के ऑपरेशन को हैक कर लिया है और टेरेरिस्ट ऑपरेशन को लाइव देखते हुए उस बेटिंग (जुआ) कर रहे हैं। इस ऑपरेशन के दौरान लोकल सर्वर को हैक करने के लिए MI6 की डेस्क हैकर – रेचल ( गैल गैडट) को मजबूरी में फील्ड में उतरना पड़ता है। और फिर उसकी असल आइडेंटिटी रिवील होती है, जिसमें पता चलता है कि रेचल, दरअसल इंटरनेशनल स्पाई एजेंट्स की बेहद सीक्रेट ऑर्गेनाइजेशन – द चार्टर का हिस्सा है, जो दुनिया की सबसे सॉफिस्टिकेटेड टेक्नॉलॉजी ‘हार्ट’ का इस्तेमाल कर रहे हैं।
हार्ट को पाने की साजिशें
ये ‘हार्ट’ दुनिया के किसी भी सिस्टम को हैक कर सकती है, इंसान के दिमाग़ में क्या चल रहा है बता सकती है, यहां तक कि वो आगे क्या करने वाला है, ये भी प्रेडिक्ट कर सकती है। इस टेक्नॉलॉजी से पूरी दुनिया में कहीं कोई नहीं बचा है। इसलिए, ये जिसके पास होगी, दुनिया का कंट्रोल भी उसी के पास होगा। अब इस ‘हार्ट’ को पाने की साजिशें शुरु हो चुकी है और केया धवन, जो दुनिया के इस सबसे सॉफिस्टिकेटेड सिस्टम को हैक करने पर आमादा है, उसकी अपनी ही कहानी है। पार्कर, MI6 को धोखा देता है, रेचल का भरोसा तोड़ता है और केया की मदद से ‘हार्ट’ को कब्ज़े में लेकर पूरे चार्टर को ख़त्म करने के मिशन पर लगा हुआ है।
ये भी पढ़ेंः रजनीकांत ने अकेले तमिलनाडु में मचाया ‘गदर’, पूरे इंडिया में कमाए इतने करोड़आगे क्या होगा, ये सब कुछ आपको पता है। यानि कहानी पूरी प्रेडिक्टेबल है। इतना बड़ा बजट, इतनी बड़ी कास्ट, इतने बड़ा प्लेटफॉर्म, इतना बड़ा शूटिंग शेड्यूल.... ये सब कुछ इस प्रेडिक्टेबल कहानी की भेंट चढ़ गया है। बस कमाल का है तो इसका एक्शन, जो वाकई थ्रिलिंग है, आपकी सांसें और आंख़ें दोनों को रोकने के लिए काफी है और हां इसका बैकग्राउंड स्कोर भी शानदार है।
मगर, मगर, मगर... नो अगर, मगर... पिकी ब्लाइंडर्स और एयरोनॉट्स के लिए मशहूर डायरेक्टर टॉम हॉर्पर ने इस कहानी को स्टाइलिश, स्पार्कलिंग बनाने की जितनी भी कोशिश की हों, लेकिन जब स्पाई थ्रिलर में सस्पेंस की गुंजाइश ही नहीं, तो उसका होगा क्या ?
बेहद ठंडा रहा डेब्यू
गैल गैडट, रैचेल के कैरेक्टर में ख़ूब जान लगाती है, लगानी भी चाहिए आख़िर वो फिल्म की को-प्रोड्यूसर भी हैं, मगर उनका करिश्मा गायब है। जेमी डारनन, बेहद कमज़ोर विलेन हैं और सबसे बड़ी बात ये आलिया भट्ट की हाई बजट, हाई होप्स वाला, हैवी ड्यूटी हॉलीवुड डेब्यू था, जिसमें उन्होने पूरी जान लगाई..... भले ही वो चार्टर का हिस्सा बन गई हों, जिसके सीक्वेल का इंडीकेशन मेकर्स ने इस फिल्म में दे ही दिया है, लेकिन ये डेब्यू बेहद ठंडा है। हॉर्ट ऑफ़ स्टोन से हॉर्ट और सस्पेंस गायब होने के चलते 2.5 स्टार।