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Ajaz Khan: जेल में बिताए दिनों को याद कर इमोशनल हुए एजाज खान, बोलें- “सबसे चैलेंजिंग था जिंदा रहना”

Ajaz Khan: बिग बॉस 7 फेम एजाज खान ड्रग्स मामले में पिछले 26 महीनों से जेल में थे। जमानत मिलने के बाद 19 जून को एक्टर जेल से बाहर आ गए थे। अब एक्टर ने जेल में बिताए दिनों को याद करते हुए दिल दहला देने वाले खुलासे किए हैं। हाल ही में एक्टर ने […]

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Ajaz Khan: बिग बॉस 7 फेम एजाज खान ड्रग्स मामले में पिछले 26 महीनों से जेल में थे। जमानत मिलने के बाद 19 जून को एक्टर जेल से बाहर आ गए थे। अब एक्टर ने जेल में बिताए दिनों को याद करते हुए दिल दहला देने वाले खुलासे किए हैं। हाल ही में एक्टर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जेल के अपने बुरे अनुभवों को मीडिया के सामने रखा। एजाज़ ने बताया था कि वहां के हालात देखकर वे डिप्रेशन में चले गए थे।

दाल में निकलते थे चूहे (Ajaz Khan)

एजाज ने जेल में बिताए 26 महीनों के बारे में बात करते हुए कहा कि जेल में 400 कैदियों के लिए केवल तीन टॉयलेट थे और वे हमेशा भरे रहते थे। उन्होंने कहा, “ मैंने जेल के अंदर बहुत सारी किताबें पढ़ीं, मैंने वहां बहुत कुछ सीखा। मुझे हर अनाज और सब्जी की कीमत का एहसास हुआ। जब मैं वहां उन कैदियों और गैंगस्टरों के साथ रहा, तो उन्होंने मुझे लाइफ का महत्व सिखाया। मैं वो सूखी रोटियां और पत्थर जैसे चावल खाता था। दाल में चूहे निकलते थे, कीडे़ वाली दाल मिलती थी। आज अगर कोई मुझे थोड़ा-सा भी दे दे तो मैं उसे खुशी से खा लूंगा।

बड़े-बड़े स्टार्स की मदद की- एजाज खान

एजाज आगे कहते हैं, “मैंने जेल के अंदर अपने बिरादरी के दोस्तों का सपोर्ट किया और उन्हें फूड औरब बेसिक जरूरतों में मदद की। चाहे वो आर्यन हों, अरमान कोहली हों या राज कुंद्रा। यह दुनिया की सबसे भीड़भाड़ वाली जेल है। लोगों को भेड-बकरियों की तरह सोते हैं। 800 कैदियों की क्षमता वाली वहां की जेलों में 3000 से ज्यादा कैदी भरे हुए हैं।

जिंदा रहने मुश्किल काम था- एक्टर

एजाज कहते हैं, “ मुझे नॉर्मल लाइफ एक्सेप्ट करने में एक महीना लग गया। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि अच्छा खाना कैसे खाऊं या साफ बाथरूम में कैसे नहाऊं। जेल में मैं चूहों और कीड़ों वाली दाल और सूखी रोटियां खाता था इसलिए मैं इस जीवन को फिर से स्वीकार करने की कोशिश कर रहा था। मुझे उन कीड़ों और सिर्फ एक चादर के साथ फर्श पर सोना पड़ा। एजाज आगे कहते हैं, “ इन दो सालों में सबसे चैलेंजिंग काम जिंदा रहना था। उन परिस्थितियों में मुझे जेल में जिंदा रहना था। यह आसान नहीं था लेकिन मुझे अपने परिवार और मेरे लिए प्रार्थना करने वालों के लिए जिंदा बाहर आना पड़ा। जेल ने मुझे कम से कम सुविधाओं के साथ भी खुश रहना सिखाया।

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