इस वजह से विजयकांत को मिला था कैप्टन का खिताब, आखिरी वक्त तक नाम से जुड़ा रहा
Captain Vijayakanth
Captain Vijayakanth: डीएमडीके प्रमुख और साउथ के सुपरस्टार कैप्टन विजयकांत अब इस दुनिया में नहीं हैं। कोविड की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद वे काफी दिनों से हॉस्पिटल में एडमिट थे। हालत नाजुक होने पर उन्हें वेंटिलेटर पर भी रखा गया जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। एक्टर और राजनीतिक पार्टी के नेता की मौत से इंडस्ट्री से लेकर पार्टी तक को गहरा सदमा लगा है। मौत की खबर मिलने के बाद से ही एक्टर के घर पर फैंस की भीड़ लगी हुई है।
यूं मिली कैप्टन की उपाधि (Captain Vijayakanth)
25 अगस्त 1954 को चेन्नई में जन्में एक्टर को हमेशा से ही इंडस्ट्री में कदम रखना था। 1979 ने 2010 तक तमिल इंडस्ट्री में एक्टिव रहने वाले विजयकांत ने अपने करियर में 154 फिल्मों से भी ज्यादा में काम किया। इनमें सिर्फ तमिल ही नहीं बल्कि हिंदी, तेलुगू, मलयालम भी शामिल हैं। साल 1991 में आई कैप्टन प्रभाकरण में अपने जबरदस्त रोल के लिए एक्टर को फैंस ने कैप्टन की उपाधि दे डाली।
रातों-रात मिली शोहरत
हालांकि इसको लेकर कुछ एक संगठन में काफी आक्रोश भी था लेकिन बावजूद इसके फिल्म से लेकर राजनीतिक क्षेत्र में अपने योगदान के लिए उन्हें ये उपाधि दी गई और लोग आज भी दिवगंत एक्टर को इस नाम से जानते हैं। एक्टर ने अपने करियर में कई ऐसी फिल्में कीं जिनके लिए वे रातों-रात शोहरत की सीढ़ियां चढ़ गए थे। इस लिस्ट में Sattam Oru Iruttarai और Amman Kovil Kizhakale जैसी फिल्में भी शामिल हैं।
जीते कई अवॉर्ड
अपनी हिट फिल्मों के लिए एक्टर ने फिल्म फेयर से लेकर की नामी अवॉर्ड भी अपने नाम किए हैं। यही नहीं कैप्टन के अलावा भी लोग एक्टर को प्यार से पुरैची कलिंगर बुलाते थे जिसका मतलब होता है क्रांतिकारी कलाकार। आज भले ही एक्टर हमारे बीच न हों पर फिल्म इंडस्ट्री से लेकर राजनीति तक उनके काम के लिए उन्हें हमेशा सराहा जाएगा।
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