Zakir Khan Success Story: भारतीय स्टैंड-अप कॉमेडियन जाकिर खान इन दिनों चारों तरफ छाए हुए हैं। फिर चाहे वो गूगल ट्रेंड्स हो, सोशल मीडिया हो, टीवी हो, या फिर इंटरनेट, हर जगह जाकिर खान की बातें हो रही हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि इंदौर के इस 'सख्त लोंडे' ने न्यूयॉर्क में भारत का नाम रौशन किया है। वह पहले ऐसे भारतीय कॉमेडियन बन गए हैं जिन्होंने मैडिसन स्क्वायर गार्डन में हिंदी में परफॉर्म किया। साथ ही, वह सबसे ज्यादा टिकट बेचने वाले भारतीय आर्टिस्ट बन गए। आज पूरी दुनिया उनके सफलता के कसीदे पढ़ रही है। लेकिन जाकिर खान के लिए सफलता का ये सफर बिल्कुल भी आसान नहीं था। चलिए एक नजर उनकी अब तक की जर्नी पर डालते हैं।
सितार बजाने में माहिर
इंदौर में जन्मे जाकिर खान का एक ऐसे परिवार में पालन-पोषण हुआ, जहां संगीत उनकी परंपरा थी। अपने जोक्स से लोगों को हंसाने वाले जाकिर खान सितार बजाने में भी माहिर हैं। लेकिन जाकिर को बचपन से ही जोक्स लिखने और लोगों को उससे हंसाने में मजा आता था। वह हमेशा से अपने पास आस-पास होने वाली हर एक चीज को मजाक और समझदारी से देखते थे और उस पर जोक्स बनाते थे। लेकिन उन्होंने कभी भी इसे अपना प्रोफेशन नहीं माना।
रेडियो प्रोड्यूसर बनने के लिए कॉजेल छोड़ा
वह इंदौर में बायोटेक्नोलॉजी पढ़ रहे थे, लेकिन उन्होंने रेडियो प्रोड्यूसर बनने के लिए अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ दी और दिल्ली आकर रेडियो मैनेजमेंट का कोर्स किया। इसके बाद जाकिर ने जयपुर में इंटर्नशिप की। उस दौरान उन्होंने कई अजीब-गरीब काम किए, जहां उन्होंने अजनबियों की मदद पर जिंदगी गुजारने के साथ-साथ कई काम किए। जाकिर ने एक बार बताया कि इस दौरान उनके मकान मालिक ने उनका किराया माफ कर घर लौटने के लिए पैसे दिए थे।
पैसों के लिए शुरू की फ्रीलांसिंग
इसके बाद जाकिर वापस दिल्ली आ गए। यहां उन्होंने अपने खर्चे पूरे करने के लिए फ्रीलांसिंग शुरू कर दी। उन्होंने जोक्स लिखे, थिएटर किया और घोस्ट राइटिंग की। इस दौरान उनके एक दोस्त ने उन्हें ओपन माइक ट्राय करने के लिए कहा। जाकिर समेत किसी को भी ये नहीं पता था कि ये माइक उनकी जिंदगी को इतना बदल देगा।
90 सेकंड में स्टेज से उतारा
जाकिर ने लोगों की हंसी और तालियों की आशा के साथ अपना पहला शो किया, जहां उन्हें सिर्फ 90 सेकंड में स्टेज से उतार दिया गया। इसके अलावा उनके लुक्स को लेकर भी काफी मजाक उड़ाया गया। ये एक ऐसा समय था जब कोई भी हार मान पीछे हट जाता है। लेकिन जाकिर इसे अपनी सीढ़ी बनाते हुए आगे बढ़े। कुछ ही समय में वह पूरी दिल्ली में फेमस हो गए। जिसके बाद वह मुंबई गए और वहां तन्मय भट्ट के 'On Air with AIB' के लिए जोक्स लिखने लगे। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
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न्यूयॉर्क में दिखा सालों की मेहनत का रंग
आज जाकिर के सालों की मेहनत का रंग न्यूयॉर्क के मैडिसन स्क्वायर गार्डन पर चढ़ गया, जिसने इंदौर के 'सख़्त लोंडे' को ग्लोबल स्टार बना दिया। जाकिर की सफलता उन सभी युवाओं के लिए एक उम्मीद है जो हार नहीं मानते और खुद की जिंदगी बदलना चाहते हैं।