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Vastu Remedies for Shani Dev: शनि देव को माना जाता है पश्चिम दिशा का स्वामी, जानें कैसे करें इन्हें प्रसन्न  

Vastu Remedies for Shani Dev: शनिदेव को न्याय और कर्मफलदाता ग्रह माना जाता है। शनिदेव जिस पर अपनी कृपा दृष्टि बना दें तो उसका बेड़ा पार हो जाता है। लेकिन यदि वो किसी से रुष्ट हो जाएं तो जिंदगी में परेशानियों के अलावा कुछ नही बचता। वास्तु में भी शनि देव को बहुत माना जाता […]

Vastu Remedies for Shani Dev: शनि देव को माना जाता है पश्चिम दिशा का स्वामी, जानें कैसे करें इन्हें प्रसन्न  
Vastu Remedies for Shani Dev: शनि देव को माना जाता है पश्चिम दिशा का स्वामी, जानें कैसे करें इन्हें प्रसन्न  

Vastu Remedies for Shani Dev: शनिदेव को न्याय और कर्मफलदाता ग्रह माना जाता है। शनिदेव जिस पर अपनी कृपा दृष्टि बना दें तो उसका बेड़ा पार हो जाता है। लेकिन यदि वो किसी से रुष्ट हो जाएं तो जिंदगी में परेशानियों के अलावा कुछ नही बचता। वास्तु में भी शनि देव को बहुत माना जाता है। वास्तु के अनुसार शनिदेव पश्चिम दिशा के स्वामी होते हैं, ऐसे में इस दिशा के बारे में वास्तु में कुछ प्रावधान बताये गए हैं।

बता दें कि शनि देव जान किसी जातक की कुंडली में शुभ स्ताहन पार बैठे हों तो इससे उसे शुभ फल मिलता है। लेकिन अगर शनि देव जातक की कुंडली में अशुभ स्थान पर बैठे हों तो उस जातक को बहुत नुकसान होता है। वास्तु शास्त्र में शनि देव को पश्चिम दिशा का स्वामी बताया गया है, ऐसे में उस दिशा के बारे में कुछ विशेष बातें हैं जिनका ध्यान रखने पार शनि देव प्रसन्न रहते हैं। आइये जानते हैं विस्तार से।

घर के वास्तु दोष को दूर करने के लिए करें ये उपाय

जिनके घर में वास्तु दोष हो या विशेषकर पश्चिम दिशा में हो तो वो लोग अपने घर में शनि यंत्र जरूर लगाएं। इससे घर में मौजूद वास्तु दोष दूर हो जाता है। और घर में शांति का माहौल बना रहता है।

वास्तु में शनिदेव के नियम

वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि, यदि किसी घर का मुख्य दरवाजा पश्चिम दिशा में खुलता है तो इससे घर में नकारात्मकता बढ़ती है। ऐसे में इस दिशा में दरवाजे को न लगाएं। लेकिन जगह की समस्या के कारण घर का मुख्य द्वार पश्चिम दिशा में रखना पड़े तो घर के मुख्य दरवाजे के दोनों तरफ घने पेड़ लगा दें।

शनि देव को प्रसन्न करने के लिए यंहा न रखें कूड़ा -कबाड़

वास्तु में पश्चिम दिशा को शनि देव की दिशा बताया गया है। ऐसे में घर के पश्चिम दिशा में किसी भी तरह का कूड़ा या कबाड़ और गंदगी को न रखें। इससे शनिदेव रूठ जाते हैं और जिससे आपके बुरे दिन शुरू हो जाते हैं। इसलिए उन्हें प्रसन्न रखने के लिए इस दिशा में सफाई का विशेष ख्याल रखें।

शनिदेव और खिड़की का संबंध

इस बात का ध्यान रखें कि घर के पश्चिम दिशा की ओर कोई खिड़की हो तो वह खिड़की पूर्व दिशा की दीवार में मौजूद खिड़की से छोटी होनी चाहिए। वरना इससे घर में नेगेटिव एफजी बढ़ती है।

शनिदेव को प्रसन्न रखने के लिए पश्चिम भाग को ओपन रखें

वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि शनिदेव को प्रसन्न रखने के लिए घर के पछिम भाग को ओपन रखना किये। जिस घर में पश्चिम भाग ओपन नहीं होता उस घर के लोग मानसिक तनाव से परेशान रहते हैं।

पश्चिम दिशा में रसोई होने से शनिदेव हो सकते हैं नाराज

यदि आप चाहते हैं कि शनि देव कि कृपा दृष्टि आपके ऊपर हमेशा बनी रहे तो इसके लिए आप ध्यान रखें कि घर कि रसोई कभी भी पश्चिम दिशा में न हो। वरना आपको आर्थिक तंगी और कलह क्लेश का सामना करना पड़ सकता है।

 

First published on: Feb 21, 2023 06:30 AM