Rules of Samudrik Shastra: जिस प्रकार हमारी कुंडली हमारे भूत और भविष्य के बारे में बताती है उसी प्रकार सामुद्रिक शास्त्र (Samudrik Shastra) भी हमारे बारें में सब कुछ बताता है। दरअसल सामुद्रिक शास्त्र एक ऐसा शास्त्र है जिसमें मनुष्य के शरीर के अंगों से जुड़ी कई महत्वपूर्ण बातों के बारे बताया जाता है। सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार आप किसी व्यक्ति के अंगों की बनावट के आधार पर उसके व्यक्तित्व व भविष्य के बारे में काफी कुछ जान सकते हैं।
इतना ही नहीं, सामुद्रिक शास्त्र में यह भी बताया गया है कि घर से बाहर निकलते समय पहले कौन सा पैर बाहर निकालना चाहिए? क्योंकि घर से बार पैर रखने की स्थिति आपके काम के शुभ व अशुभ फल की ओर संकेत करती है। यदि आप भी किसी जरूरी काम से घर से बाहर निकल रहे हैं तो इस बात को जान लें कि कौन सा पैर पहले बाहर निकालें। ताकि शुभ फल की प्राप्ति हो।
दांये पैर को को पहले रखने से मिलती है सफलता
अक्सर आपने घर के बड़े-बुजुर्गों को ये कहते सुना होगा कि घर से बाहर निकलते समय अपना दायां पैर पहले रखना। सामुद्रिक शास्त्र में भी माना गया है कि, किसी शुभ काम के लिए यदि आप घर से बाहर निकल रहे हैं तो सबसे पहले दांये पैर को घर इ बाहर निकालना चाहिए। ऐसा करने से सारे काम अच्छे से पूरे हो जाते हैं, और किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता।
घर में प्रवेश करने से पहले दांया पैर रखना होता है शुभ
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, जब घर में किसी की शादी होती है तो उस समय भी दुल्हन से घर में प्रवेश से पहले दायां पैर पहले रखवाया जाता है। दरअसल ये बहुत पुरानी परंपरा है कि किसी भी शुभ काम के लिए निकलने से पहले दायें पैर को पहले रखना चाहिए। ऐसा करने से आप जो भी काम के लिए निकलते हैं उसमें सफलता जरूर मिलती है।
दरअसल इस बात के के पीछे मान्यता है कि ऐसा करने से घर में खुशियां और पॉजिटीविटी बनी रहती है। लेकिन वंही दूसरी तरफ उल्टा पैर पहले रखना निगेटिवटी का संकेत है। माना जाता है कि किसी भी शुभ काम के लिए निकलने से पहले कभी भी उल्टा पैर नहीं रखना चाहिए, इससे आपके बनने वाले काम भी बिगड़ सकते हैं।