World Menstrual Hygiene Day 2023: हर साल 28 मई को दुनिया भर में ‘विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस’ यानी ‘वर्ल्ड मेंस्ट्रुअल हाइजीन डे’ (World Menstrual Hygiene Day 2023) मनाया जाता है। हर महिला को पीरियड्स होना एक नेचुरल बात है, और ये बात सभी लोग अच्छे से जानते हैं, लेकिन फिर भी इसपर बात करने में आज भी कई महिलाओं के अंदर एक झिझक है।
इस दौरान साफ-सफाई रखने की खास आवश्यकता होती है, वरना महिलाएं कई सारी गंभीर बीमारियों का शिकार बन सकती है। पीरियड्स के दौरान स्वच्छता के प्रति महिलाओं को जागरूक करने के लिए और उनकी झिझक को खत्म करने के लिए हर साल ये दिवस मनाया जाता है।
बेशक आज हम 21वीं सदी में जी रहे हैं, लेकिन आज भी गांव और शहर में रहने वाली कई महिलाएं पीरियड्स से जुड़ी कई चीजों से अनजान हैं। यही वजह है कि दि-प्रतिदिन महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर और योनी संक्रमण जैसी गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ता है। आज ‘विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस’ के मौके पर आपको बताते हैं कि इस दिन का क्या इतिहास है साथ में महत्व के बारे में भी बताते हैं।
‘विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस’ का इतिहास World Menstrual Hygiene Day 2023
‘वर्ल्ड मेंस्ट्रुअल हाइजीन डे’ मनाने की शुरुआत सबसे पहले साल 2014 में की गयी थी। जिसको जर्मन नॉन-प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन WASH यूनाइटेड ने शुरू किया था। तब से हर साल 28 मई को ‘विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस’ मनाया जाता है। ताकी महिलाएं इसके प्रति सजग रहें।
क्या है ‘विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस’ मनाने का उद्देश्य ?
आपको बता दें कि ‘वर्ल्ड मेंस्ट्रुअल हाइजीन डे’ मनाने का उद्देश्य, सभी महिलाओं को माहवारी के दौरान स्वच्छता और हाइजीन का ख्याल रखने के प्रति जागरूक करना है। साथ ही पीरियड्स को लेकर उन्हें सभी जरूरी जानकारी देना है, ताकी वो कई सारी गंभीर बीमारियों से बच सकें।
‘विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस’ का महत्व
आप सोच रहे होंगे कि ‘विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस 28 मई को ही क्यों मनाया जाता है। जो आपको बता दें कि 28 तारीख को मनाने के पीछे इसकी खास वजह ये है कि ज्यादातर महिलाओं और युवतियों को हर महीने 5 दिन मासिक धर्म होता है और पीरियड साइकिल का औसत अंतराल 28 दिन का होता है। यही वजह है कि इस दिन को 28 तारीख को मनाया जाता है।
क्या है इस साल की थीम ?
हर साल इस दिन की एक अलग थीम होती है। इस साल की थीम है, Menstrual Hygiene Day 2023 is ‘making menstruation a normal fact of life by 2030।’