Sweating In Diabetes: डायबिटीज (Diabetes) एक ऐसी बीमारी है जो बहुत तेजी से अपने पैर पसार रही है। आज के समय में हर तीसरा इंसान डायबिटीज का मरीज है। इस बीमारी की कोई स्थाई इलाज नहीं है, लेकिन अगर खानपान पर ध्यान दिया जाए तो इस बीमारी के असर को कम किया जा सकता है। यदि खानपान में जरा सी भी गलती हो जाए तो डायबिटीज की परेशानी बढ़ सकती है।
ऐसे में डायबिटीज के मरीजों को अपने खानपान का विशेष ध्यान रखना पड़ता है। आकंड़ों के मुताबिक अकेले भारत में ही डायबिटीज के लगभग 8 करोड़ मरीज हैं। इसी वजह से भारत को ‘डायबिटीज कैपिटल ऑफ वर्ल्ड’ कहा जाने लगा है। डायबिटीज के लक्षणों में पसीना आना वैसे तो शामिल नहीं है लेकिन डायबिटीज के बाद पसीने की समस्या कई मरीजों में देखी जाती है।
यह भी पढ़ें:Disadvantages Of Headphones: हेडफोन के इस्तेमाल से कान और दिल होते हैं प्रभावित, जानें इसके नुकसान
क्यों आता है डायबिटीज में ज्यादा पसीना
दरअसल डायबिटीज होने पर शरीर में कुदरती तापमान को बनाए रखने की क्षमता प्रभावित हो जाती है। जिसकी वजह से व्यक्ति को बार-बार चक्कर आना और रात में पसीना आना जैसी परेशानियां होती हैं। हालांकि ये कोई बड़ी परेशानी की बात नहीं है, लेकिन इस बात का संकेत जरूर है की डायबिटीज का नियंत्रण सही से नहीं हुआ है।
एक्सपर्ट के मुताबिक डायबिटीज के मरीजों को औरों से ज्यादा पसीना तब आता है जब ब्लड शुगर संतुलित नहीं होता है। वैसे तो हर इंसान को पसीना आता है। शायद ही ऐसा कोई इंसान हो जिसे पसीना नहीं आता हो। लेकिन जरूरत से ज्यादा पसीना आना भी एक परेशानी का कारण हैं।
यह भी पढ़ें:Eye Care Tips: ये गलतियां आपकी आंखों पर पड़ सकती हैं भारी, आज ही छोड़ दें आदतें
दरअसल डायबिटीज न्यूरोपैथी में पैर या जांघ में कुछ लोगों को पसीना आता है। एक रिसर्च के मुताबिक डायबिटीज से पीड़ित लगभग 84 प्रतिशत लोगों को खासकर गर्दन के नीचे ज्यादा पसीना आता है। इसकी मुख्य वजह यह है कि खून में ब्लड शुगर की मात्रा कम हो गई है। डायबिटीज के मरीजों को ज्यादा पसीना आने की एक वजह ये भी है की डायबिटीज के मरीज ब्लड शुगर को कम करने के लिए दवा लेते हैं।
जिसकी वजह से शुगर का बहुत तेजी से अवशोषण होने लगता है। इसका दूसरा कारण यह है कि डायबिटीज के कारण लोग मीठा खाना एकदम छोड़ देते हैं, जिसकी वजह से शरीर में तेजी से ग्लूकोज की कमी होने लगती है। ग्लूकोज की कमी के कारण भी पसीना जरूरत से ज्यादा आता है।
यहाँ पढ़िए –हेल्थ & वेलनेस से जुड़ी ख़बरें