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सिर्फ साउथ में बचे हैं असली हीरो, बॉलीवुड में बदल चुका है मतलब, साजिद खान ने ऐसा क्यों कहा?

साजिद खान ने साउथ सिनेमा में सिर्फ असली हीरो बचे होने की बात कही है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि बॉलीवुड का मतलब ही बदल गया है। आइए जानते हैं कि फिल्ममेकर ने ऐसा क्यों कहा है।

फिल्ममेकर साजिद खान ने हाल ही इंडस्ट्री के बारे में बात की है। उन्होंने बताया है कि असली हीरो सिर्फ साउथ में ही बचे हैं। इसके साथ में उन्होंने बॉलीवुड को बताया है कि असली हीरो की कमी आ चुकी है। अमिताभ बच्चन, विनोद खन्ना और धर्मेंद्र जैसे दिग्गजों की मिसाल देते हुए साजिद ने आज के एक्टर्स की बॉडी-ओरिएंटेड इमेज पर भी सवाल उठाए। आइए जानते हैं उन्होंने और क्या कहा…"

साजिद खान ने बॉलीवुड पर दी प्रतिक्रिया

बेबी, हाउसफुल और हमशक्ल जैसी फिल्मों के लिए फिल्ममेकर साजिद खान फेमस हैं। हाल ही में उन्होंने एक यूट्यूब से बातचीत की है। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज के समय में बॉलीवुड में ‘हीरो’ जैसी कोई अवधारणा नहीं बची है। उन्होंने कहा कि अब फिल्मों में सिर्फ लीड एक्टर्स होते हैं, एक्टर्स नहीं होते। साजिद ने कहा, “आज की डेट में हीरो नहीं हैं, लीड हैं। हीरो बहुत कम होते हैं। हीरो की मायने अब सिर्फ साउथ में हैं।”

साउथ सिनेमा को बताया कायम

साजिद ने साउथ सिनेमा के बारे में बात करते हुए कहा कि भारतीय फिल्मों में आज भी हीरो को एक आदर्श की तरह दिखाया जाता है। “साउथ में हीरो की एंट्री धमाकेदार होती है। वे कभी ऐसी फिल्म में कदम नहीं रखते जो समाज के लिए गलत हो,” उन्होंने कहा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि साउथ इंडस्ट्री में आज भी ‘हीरो’ शब्द का वही आदर्श भाव है, जो पहले बॉलीवुड में हुआ करता था।   साजिद ने तंज कसते हुए कहा, “हमने कभी ‘सुपरलीड’ नहीं सुना, लेकिन ‘सुपरहीरो’ ज़रूर सुना है।” उन्होंने कहा कि बॉलीवुड में अब असली हीरो बहुत कम बचे हैं। पहले नायकों की आंखों में एक अलग किस्म का गुस्सा और इंटेंसिटी होती थी, जो आज के अभिनेताओं में कम नजर आती है। इसके साथ ही उन्होंने तंज कसते हुए कहा,‘अच्छी बॉडी से नहीं, आंखों के एक्शन से बनते थे हीरो’साजिद ने बताया कि पहले के दौर में जैसे अमिताभ बच्चन, विनोद खन्ना, धर्मेंद्र और मिथुन चक्रवर्ती जैसे अभिनेता बिना बॉडी बिल्डिंग के भी हीरो हुआ करते थे। “उनकी बॉडी अच्छी नहीं थी, लेकिन गुस्सा उनकी आंखों में था। एक्शन आंखों में था, जांघों में नहीं,” उन्होंने कहा। उन्होंने कहा कि सलमान खान के ‘मैंने प्यार किया’ के पोस्टर के बाद से बॉडी ट्रेंड में आई, लेकिन वह असली हीरोइज्म नहीं था।

रणबीर और सनी देओल का उदाहरण

साजिद ने रणबीर कपूर का जिक्र किया उन्होंने बताया कि फिल्म ‘एनिमल’ के लिए एक्टर ने बॉडी बनाई, लेकिन उनका मानना था कि यदि रणबीर ऐसा न भी करते, तो भी फिल्म चलती क्योंकि उनके किरदार की गहराई आंखों से जाहिर होती है। उन्होंने सनी देओल की गदर 2 की बॉडी को “देसी बॉडी” बताया और कहा कि उनके एक्शन सीन आज भी भरोसेमंद लगते हैं।  

साजिद खान का करियर

साजिद खान, कोरियोग्राफर-डायरेक्टर फराह खान के भाई हैं। उन्होंने डरना जरूरी है से निर्देशन की शुरुआत की थी और हे बेबी, हाउसफुल जैसी हिट फिल्मों से पहचान बनाई। हालांकि हिम्मतवाला और हमशक्ल के फ्लॉप होने के बाद वे निर्देशन से दूर हो गए। वे आखिरी बार सलमान खान के रियलिटी शो बिग बॉस 16 में नजर आए थे।

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