Raj Kundra and Deepak Kothari Call Recording Viral: बॉलीवुड एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी और उनके पति राज कुंद्रा की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। एक बार फिर से शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा पर 60 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगा है। बिजनेसमैन दीपक कोठारी की शिकायत के आधार पर सेलिब्रिटी कपल के खिलाफ EOW (इकोनॉमिक ऑफेंस विंग) ने मामला दर्ज कर लिया है। यह मामला बेस्ट डील टीवी प्राइवेट लिमिटेड में डेब्ट-कम-इन्वेस्टमेंट से जुड़ा है, जो अब बंद हो चुकी है। जहां राज और शिल्पा ने सभी आरोपों को निराधार बताते हुए खारिज किया है। वहीं, इस बीच सोशल मीडिया पर इस केस से जुड़ी ऑडियो कॉल रिकॉर्डिंग वायरल हो रही है। चलिए जानते हैं कि आखिर ये पूरा मामला क्या है और इस ऑडियो कॉल में क्या है।
राज कुंद्रा की कॉल रिकॉर्डिंग वायरल
जानकारी के अनुसार, सोशल मीडिया पर वायरल हो रही ऑडियो कॉल रिकॉर्डिंग में राज कुंद्रा और शिकायतकर्ता दीपक कोठारी की इस मामले को लेकर बातचीत हो रही है। हालांकि, अभी तक ऑडियो की प्रामाणिकता की कोई पुष्टि नहीं हुई है। इस ऑडियो में दीपक कोठारी कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि उन्होंने जो पैसे दिए हैं, वो इक्विटी इन्वेस्टमेंट के लिए थे। इस दूसरी तरफ से आवाज आती है कि 'कर्जा तो लिया नहीं था मैंने आपसे, ये बात माननी नी पड़ेगी आपको।' बताया जा रहा है कि दूसरी आवाज राज कुंद्रा की है।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि मुंबई के बिजनेसमैन दीपक कोठारी ने बेस्ट डील टीवी प्राइवेट लिमिटेड में राज कुंद्रा और शिल्पा शेट्टी के साथ डेब्ट-कम-इन्वेस्टमेंट की डील की थी। लेकिन इस डील में खटास तब आई जब कंपनी बंद हो गई और सेलिब्रिटी कपल 60 करोड़ रुपये बिजनेसमैन को नहीं दे पाया। इसके बाद दीपक कोठारी ने जुहू पुलिस स्टेशन में राज और शिल्पा के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप लगाते हुए FIR दर्ज करवाई। इस मामले में धोखाधड़ी की राशि 10 करोड़ से अधिक थी, जिसकी वजह से पुलिस ने ये केस EOW को ट्रांसफर कर दिया।
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2015 में हुई राज और शिल्पा से मुलाकात
दीपक कोठारी ने बताया कि लोटस कैपिटल फाइनेंशियल सर्विसेज के डायरेक्टर राजेश आर्य ने साल 2015 में राज और शिल्पा को उनसे मिलवाया था। आरोप है कि राज और शिल्पा ने दीपक कोठारी से बेस्ट डील टीवी के लिए 12% ब्याज पर 75 करोड़ रुपये का लोन मांगा था, लेकिन बाद में दोनों ने लोन को कम करते हुए इन पैसों को कंपनी में निवेश करने के लिए दीपक कोठारी को मना लिया। इस कंपनी में दोनों की 87.6% हिस्सेदारी थी।
दीपक कोठारी का दावा
ईटी के अनुसार, कोठारी ने बताया कि उन्होंने शेयर सब्सक्रिप्शन एग्रीमेंट के तहत अप्रैल 2015 में 31.95 करोड़ रुपये और सितंबर 2015 में एक पूरक समझौते के तहत अलग से 28.53 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए थे। कोठारी ने बताया कि उन्होंने कई बार अपने पैसे मांगे लेकिन वे पूरी तरह से असफल रहे।