Piyush Pandey: इंडियन एडवरटाइजिंग इंडस्ट्री से एक बुरी खबर सामने आई है. एड इंडस्ट्री के गुरु कहे जाने वाले एड मैन पीयूष पांडे (Piyush Pandey) का निधन हो गया है. 40 साल तक भारत को एक बढ़कर एक सफल एड देने वाले पीयूष पांडे ने 70 साल की उम्र में अपनी आखिरी सांस ली है. उनके निधन की खबर से पूरी ऐड इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है. पीयूष पांडे के निधन की जानकारी बिजनेस सोहेल सेठ ने दी है. हालांकि अभी तक उनके मौत का कारण स्पष्ट रूप से सामने नहीं आया है. चलिए जानते हैं कि 'अबकी बार मोदी सरकार' का नारा देने वाले पीयूष पांडे कौन थे?
कौन हैं पीयूष पांडे?
पीयूष पांडे ने साल 1982 में 27 साल की उम्र में ओगिल्वी को जॉइन किया था, जिसके बाद उन्होंने ओगिल्वी के साथ करीब चार दशकों तक काम किया. इस दौरान उन्होंने इंडियन एडवरटाइजिंग इंडस्ट्री में कई हिट और सक्सेसफुल एड दिए हैं, जिनमें 'फेवीक्विक और फेविकोल का तोड़ो नहीं, जोड़ो,' 'पॉन्ड्स का गुगली वूगली वूश!!,' 'कैडबरी डेयरी मिल्क का कुछ खास है,' 'एशियन पेंट्स का हर घर कुछ कहता है,' और 'अबकी बार मोदी सरकार' शामिल हैं.
सोहेल सेठ ने दी जानकारी
पीयूष पांडे के निधन की जानकारी देते हुए बिजनेस सोहेल सेठ ने एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया. इस पोस्ट में उन्होंने लिखा, 'मेरे सबसे प्यारे दोस्त पीयूष पांडे जैसे प्रतिभाशाली व्यक्ति के निधन से मैं बेहद दुखी और शॉक्ड हूं. भारत ने न सिर्फ एक ग्रेट एड माइंड खोया है, बल्कि एक सच्चे देशभक्त को भी खोया है. अब आसमान 'मिले सुर मेरा तुम्हारा' पर नाचेगा.'
भारत ने एक सच्चा सपूत खो दिया
देश के बिजनेस टायकून गौतम अडाणी ने भी पीयूष पांडे के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने अपने X पोस्ट में लिखा, 'पीयूष पांडे सिर्फ एडवरटाइजिंग इंडस्ट्री के दिग्गज से कहीं बढ़कर थे. पीयूष वो आवाज थे जिसने भारत को अपनी कहानी पर विश्वास दिलाया. उन्होंने भारतीय विज्ञापन जगत को उसका आत्मविश्वास, उसकी आत्मा, और उसका स्वदेशी अंदाज दिया. इसके अलावा, वे एक बहुत अच्छे दोस्त भी थे! आज भारत ने एक सच्चा सपूत खो दिया है.'