नोरा फतेही ने नमाज-कुरान पर दिया ऐसा बयान, फैंस हैरान, यूजर बोले – ‘अल्लाह उसे माफ करना’…
इमेज क्रेडिट: इंस्टाग्राम
Nora Fatehi Talk About Namaz And Quran: बॉलीवुड की बोल्ड और बिंदास एक्ट्रेस और डांसर नोरा फतेही (Nora Fatehi) अक्सर किसी न किसी वजह से चर्चा में रहती हैं। उनकी अपकमिंग फिल्म ‘हाउसफुल 5’ को लेकर बज बना हुआ है। इसी के साथ ही उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वो इस्लाम धर्म और नमाज-कुरान को लेकर कुछ ऐसा बोल गई हैं कि बवाल मच गया है। आइए जान लेते हैं कि खुद मुस्लिम होते हुए एक्ट्रेस ने नमाज और कुरान के लिए क्या बोला है।
नोरा ने नमाज को लेकर ये क्या बोल दिया
नोरा फतेही अक्सर लाइमलाइट में बनी रहती हैं। वो विवादों में भी छाई रहती हैं। इसके अलावा एक्ट्रेस हाल ही में एक बार फिर से चर्चा में छा गई हैं। इसकी वजह है उनका कुरान- नमाज पर कुछ ऐसा कह देना जो इस्लाम धर्म के लोगों को पसंद नहीं आया।
दरअसल एक पॉडकास्ट में नोरा से पूछा 'क्या नमाज में जप किया जाता है'? इसका जवाब देते हुए एक्ट्रेस ने कहा नहीं जप नहीं किया जाता। इसमें याद किया जाता है उस गॉड को जो एक है और शहादा किया जाता है। नोरा ने शहादा का मतलब भी बड़े अच्छे से समझाया और कहा कि सिर्फ एक अल्लाह है।
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कुरान के लिए क्या बोलीं नोरा
इसके बाद नोरा ने कुरान पर बात की और कहा कि फिर आयतें पढ़ी जाती हैं। कुछ खास आयतें होती हैं जिससे हर मुसलमान नमाज की शुरुआत करता है। उन्होंने नमाज के वर्ड बोलते हुए कहा कि जैसे सूरह फातिहा..इसके साथ मुसलमान नमाज को शुरू करते हैं।
नमाज को बताया कविता
नोरा से जब पूछा गया कि क्या नमाज एक कविता की तरह है? उन्होंने कहा हां, नमाज एक कविता की तरह है जो हम पढ़ते हैं। बस फिर क्या था, इसी शब्द की वजह से वो ट्रोल हो गईं। ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया है जिसपर अब लोग जमकर कमेंट कर रहे हैं। कुछ उन्हें सपोर्ट कर रहे हैं तो ज्यादातर ट्रोल कर रहे हैं।
नोरा पर भड़के फैंस
हालांकि ये वीडियो कुछ पुराना है, लेकिन अब वायरल हो रहा है। लोग इस वीडियो में नोरा के नमाज को कविता कहने पर भड़क गए हैं। एक ने लिखा- यह बिल्कुल भी कविता नहीं है, मैं एक मुसलमान होने के नाते हैरान हूं कि आप ऐसा कैसे कह सकते हैं। दूसरे ने लिखा- वाह...सिर्फ यह दिखाता है कि धारणा चाहे जो भी हो, आप मोमिन से ईमान नहीं निकाल सकते। तीसरे ने लिखा- अल्लाह उसे माफ कर दे और वह अल्लाह की ओर वापस लौट आए।
एक अन्य ने लिखा- कुरान कविता नहीं है. जैसा कि कुरान में कई जगह इसका जिक्र है। किसी ने लिखा- अयाह कविता की तरह नहीं हैं.. कविता एक पूरी तरह से अलग चीज है कुरान ए पाक एक पवित्र पुस्तक है .. अपने आप को शिक्षित करें और अपने शब्दों को ध्यान से चुनें खासकर जब आप इस्लाम और कुरान शरीयत के बारे में बात कर रहे हों। इसी तरह के और भी कई सारे कमेंट्स आए हैं।
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