Film Captain Prabhakaran: तलिम फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार विजयकांत के करियर की 100वीं फिल्म 'कैप्टन प्रभाकरन' इन दिनों काफी चर्चा मेंहै। दरअसल, ये फिल्म एक्टर विजयकांत की जयंती पर 34 साल बाद फिर से सिनेमाघरों में 4K के साथ रिलीज हुई है। विजयकांत को श्रद्धांजलि देते हुए पूरे तमिलनाडु में इस फिल्म को रिलीज किया गया है। इस दौरान कुड्डालोर में विजयकांत की पत्नी प्रेमलता और बेटे विजय प्रभाकरन ने भी ये फिल्म देखी, जिसे देखते हुए प्रेमलता और विजय प्रभाकरन की आंखों से खुशी के आंसू बहने लगे। इसका एक वीडियो सामने आया है। चलिए जानते हैं कि आखिर ये फिल्म कैसी है और 34 साल बाद क्यों रिलीज हुई है।
विजयकांत की 100वीं फिल्म
साल 1991 में तमिल न्यू ईयर के दिन विजयकांत की 100वीं फिल्म 'कैप्टन प्रभाकरन' रिलीज हुई थी। इस फिल्म ने तमिल बॉक्स ऑफिस पर ब्लॉकबस्टर सफलता हासिल की थी। फिल्म 'कैप्टन प्रभाकरन' अपने समय की सबसे बड़ी बॉक्स ऑफिस हिट थी। इस फिल्म में स्टार विजयकांत ने कैप्टन प्रभाकरन का किरदार निभाया था। इस फिल्म ने लोगों के बीच उनकी एक अलग पहचान बनाई थी। विजयकांत की ये फिल्म उनके जन्मदिन पर फिर से तमिलनाडु के करीब 500 सिनेमाघरों में एक साथ दिखाई जा रही है।
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क्या कहती फिल्म की कहानी?
फिल्म 'कैप्टन प्रभाकरन' एक IFS (इंडियन फोरेस्ट सर्विस) अधिकारी की कहानी है जिसे वीरभद्रन को पकड़ने के लिए सत्यमंगलम में भेजा गया था। वीरभद्रन सत्यमंगलम के लोगों पर खूब अत्याचार करता है। फिल्म में कैप्टन प्रभाकरन वीरभद्रन को पकड़ने की तैयारी कर रहा था। कैप्टन की वीरभद्रन से नीजी दुश्मनी भी थी। कैप्टन वीरभद्रन से अपने दोस्त की मौत का बदला लेना चाहता था। फिल्म के अंत में कैप्टन प्रभाकरन अपना बदला पूरा कर लेता है और वीरभद्रन को गोली मार देता है। कुल मिलाकर 'कैप्टन प्रभाकरन' एक मसाला फिल्म थी।