Geeta Basra On Harbhajan Singh: साल 2015 में हरभजन सिंह और गीता बसरा शादी के बंधन में बंधे थे और 2016 में उन्हें एक बेटी हुई जिसका नाम हिनाया है. हाल ही में एक इंटरव्यू में गीता ने अपनी पर्सनल लाइफ के बारे में खुलकर बात की. उन्होंने बताया कि अपनी पहली बेटी के जन्म के बाद उन्हें दो मिसकैरेज का सामना करना पड़ा, जिसने उनकी शारीरिक और मानसिक सेहत पर गहरा असर पड़ा था. साथ ही, उन्होंने यह भी बताया कि इस मुश्किल समय में हरभजन सिंह ने उनका कैसे साथ दिया था?
दो बार मिसकैरेज होने पर क्या बोलीं गीता?
हाउटरफ्लाई के साथ हुए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि उन्हें हमेशा से दो बच्चे चाहिए थे और पहली प्रेग्नेंसी काफी आसान रही, इसलिए उन्हें कभी अंदाजा नहीं था कि दूसरी बार इतनी मुश्किलें आएंगी. गीता ने बताया कि उन्होंने दो बार कोशिश की, लेकिन दोनों बार मिसकैरेज का सामना करना पड़ा, और यह समय उनके लिए बहुत मुश्किल था क्योंकि उन्हें समझ ही नहीं आ रहा था कि ऐसा क्यों हो रहा है, खासकर जब वह योगा करती हैं, फिट रहती हैं और सही डाइट लेती हैं. गीता आगे कहती हैं कि जब यह हुआ, तो उन्हें बड़ा झटका लगा और लगा कि “वाह, मैंने कभी सोचा भी नहीं था क्योंकि हिनाया के साथ तो सब आसान था.
मिसकैरेज में हरभजन सिंह ने दिया था साथ
गीता ने बताया कि हरभजन सिंह काफी इमोशनल इंसान हैं, और इसके बावजूद दोनों मिसकैरेज के दौरान वह गीता के लिए उनका मजबूत सहारा बनकर उनके साथ खड़े थे. उन्होंने बताया कि जब उनका पहला मिसकैरेज हुआ, तब हरभजन पंजाब में थे, लेकिन अगले ही दिन वह गीता के पास आ गए. गीता को एक छोटा ऑपरेशन भी हुआ था, और उस दौरान भी हरभजन उनके साथ ही थे. गीता कहती हैं कि अपने बच्चे को खोना बहुत मुश्किल होता है और इस समय मानसिक रूप से बहुत स्ट्रांग होना बेहद जरूरी है.