17 में शादी, 26 में हुई विधवा, झेला औलाद की मौत का गम… जानें दुर्गा खोटे की दर्द भरी कहानी
Bollywood Throwback Story: जिंदगी में आने वाले कल का कुछ पता नहीं होता, कब किसे गरीब और किसे अमीर बना दे कोई कुछ नहीं कह सकता। दुर्गा खोटे की कहानी इसका ही एक उदाहरण हैं। जब उनके पति की मृत्यु हुई तब वो मात्र 26 साल की थी और उनके कंधों पर 2 बेटों को पालने की जिम्मेदारी आ गई। लेकिन इतनी कठिन परिस्थितियों के बावजूद वो एक फेमस बॉलीवुड एक्ट्रेस बनी जिनका आज भी अपना एक अलग फैन बेस है। एक्ट्रेस ने अपनी लाइफ में काफी उतार चढ़ाव देखे हैं। आज पुरानी 'मुगल-ए-आजम' देखी तो एक्ट्रेस की यादें ताजा हो गईं। तो चलिए जान लेते हैं दुर्गा खोटे से जुड़ी बातें जिसे जान आप भी उनके जज्बे की तारीफ करे बिना रह नहीं पाएंगे।
छोटी उम्र में हुई शादी
दुर्गा खोटे का जन्म 14 जनवरी 1905 को एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। बचपन में तो सब ठीक ही था, और उन्होंने सेंट ज़ेवियर कॉलेज ग्रेजुएशन भी की। 17 साल की उम्र में उनकी शादी मैकेनिकल इंजीनियर विश्वनाथ खोटे के साथ हुई। दुर्गा के दो बेटे हुए बकुल और हरीन। सिर्फ 26 साल की उम्र में उनके पति की मौत हो गई, छोटी उम्र में ही दुर्गा विधवा हो गई। शुरुआत में तो ससुर ने साथ दिया लेकिन उनके मरने के बाद ससुराल वालों ने ताने देने शुरू कर दिए। पढ़ी-लिखी दुर्गा ने गुजारा चलाने के लिए बच्चों को ट्यूशन पढ़ाना शुरू कर दिया।
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झेला औलाद की मौत का गम
सब ठीक चल रहा था, और उनके दोनों बच्चे हरीन और बकुल सेटल भी हो गए। लेकिन वो कहते हैं न कि जब परेशानी आती है तो सारी तरफ से आती है। दुर्गा के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ और 40 साल के बेटे हरीन की अचानक मौत हो गई। आर्थिक तंगी से जूझ रही दुर्गा पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
घर चलाने के लिए उन्हें एक्टिंग की दुनिया में कदम रखना पड़ा, जो उनके लिए आसान नहीं था। दरअसल वो एक ब्राह्मण परिवार से आती थीं, उस समय एक्टिंग करना अच्छा नहीं माना जाता था। लेकिन दुर्गा ने किसी की परवाह नहीं की और समाज के ताने झेलते हुए फिल्म 'फरेबी जलाल' से बॉलीवुड डेब्यू किया।
मां के रोल में छाई
दुर्गा खोटे ने वैसे तो कई रोल किए लेकिन असली पहचान उन्हें मां के रोल में ही मिली। पापी, चोर सिपाही, 'मुग़ल-ए-आज़म', 'भरत मिलाप', चाचा भतीजा, रंगीला रतन, जय बजरंग बलि, बॉबी, अभिमान, बावर्ची और एक नारी एक ब्रह्मचारी जैसी फिल्मों में उन्होंने काम किया। अधिकतर फिल्मों में एक्ट्रेस ने मां का रोल अदा किया। एक्ट्रेस की उनके काम के लिए काफी सराहना की गई। जानकारी के लिए बता दें कि 3 मई साल 2013 में हिंदी सिनेमा में उनके सराहनीय काम के लिए इंडिया पोस्ट ने एक पोस्टेज स्टैंप भी उनके नाम से रिलीज की थी।
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