Dilwale Dulhania Le Jayenge Turns 30: बॉलीवुड की आइकॉनिक फिल्म 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' 20 अक्टूबर 1995 को रिलीज हुई थी. इस साल फिल्म को रिलीज हुए 30 साल पूरे हो गए हैं.आज भी दर्शकों के बीच फिल्म का क्रेज कम नहीं हुआ है. इतना ही नहीं फिल्म को पिछले साल सिनेमाघरों में फिर से रिलीज किया गया था. इसके अलावा हम आज आपको फिल्म से जुड़े कुछ ऐसे अनसुने किस्से बताने जा रहे रहे हैं, जिसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे
फिल्म का डायरेक्शन यश चोपड़ा करने वाले थे लेकिन, उन्हें यकीन था कि उनके बेटे आदित्य चोपड़ा इसे ज्यादा बेहतर तरीके से डायरेक्ट कर पाएंगे. इसके अलावा आपको बता दें कि फिल्म का नाम 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' किरण खेर ने बताया था, जो की इस फिल्म का हिस्सा नहीं थीं
विकिपीडिया के मुताबिक, ये फिल्म पहले सैफ अली खान को ऑफर की गई थी, लेकिन उन्होंने इस ऑफर को रिजेक्ट कर दिया था. हालांकि, सैफ का कहना है कि ये सब गलत है ऐसा करना पागलपन होता. उनका मानना है कि शाहरुख खान ही इस रोल के लिए परफेक्ट हैं.
शुरुआत में फिल्म के गाने लता मंगेशकर को गाने थे, लेकिन वो 'जरा सा झूम लूं मैं' गाने को गाने में कंफर्टेबल नहीं थीं. इस वजह से ये गाना आशा भोसले ने गाया था. इसके अलावा गाना 'तुझे देखा तो ये जाना सनम' की पहली दो लाइन आदित्य चोपड़ा ने कंपोजर्स जतिन-ललित को दी थी. इस बात को ललित पंडित ने खुद कन्फर्म किया था.
फिल्म में कुलजीत का किरदार परमीत सेठी ने निभाया था. लेकिन ये रोल पहले अरमान कोहली को ऑफर किया गया था. हालांकि, इस रोल ने उनके करियर में कुछ खास मदद नहीं की.
फिल्म में करण जौहर ने शाहरुख के एक दोस्त का रोल निभाया था. करण आज भी उस रोल कोयाद करके बहुत क्रिंज (शर्मिंदगी) महसूस करते हैं.
'मेरे ख्वाबों में जो आए' गाने में काजोल की मां का रेफरेंसे सायरा बानो के गाने 'भाई बत्तूर' से लिया गया था. ये फिल्म पड़ोसन का गाना है.
डीडीएलजे का टाइटल सॉन्ग रिजेक्ट हो गया था. डायरेक्टर आदित्य चोपड़ा को लगा था कि इसकी तुलना रविंद्र जैन की फिल्म 'चोर मचाए शोर' का गाना 'ले जाएंगे ले जाएंगे दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' से होगी.