Vishal Bhardwaj Birthday: डायरेक्शन में माहिर विशाल भारद्वाज आज अपना 58वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं। इसके साथ ही विशाल प्रसिद्ध संगीतकार, गीतकार, स्क्रिप्ट राइटर और फिल्म निर्माता भई है। एक ही शख्स में इतनी सारी खूबियां होना ही उनको अलग बनाता है। आज उनके बर्थडे पर उनकी लाइफ के उस टर्निंग प्वाइंट के बारे में भी बताएंगे जिसने उन्हें उनके ड्रीम से दूर कर दिया।
क्या बनना चाहते थे विशाल भारद्वाज ? (Vishal Bhardwaj Birthday)
‘ओमकारा’ और ‘कमीने’ जैसी लीग से हटकर फिल्में देने वाले ये फिल्म निर्माता-निर्देशक का जन्म 4 अगस्त 1965 को उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के चांदपुर में हुआ था। उस वक्त किसी ने नहीं सोचा होगा कि विशाल कभी बॉलीवुड का जाना-माना नाम बन जाएंगे। ड्रीम की बात की जाए तो वे कभी इंडस्ट्री में आना ही नहीं चाहते थे। उन्हें तो बस हमेशा से ही क्रिकेटर बनना था। इतना ही नहीं ये क्रिकेटर अंडर-19 क्रिकेट टीम के लिए भी खेला करते थे लेकिन एक दिन प्रैक्टिस के दौरान उन्हें काफी चोट आ गई जिसके बाद उनका क्रिकेटर बनने का सपना वहीं अधूरा रह गया।
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म्यूजिक से की करियर की शुरुआत
बता दें कि पिता संगीतकार थे जिसकी वजह से विशाल को भी संगीत में दिलचस्पी थी। 17 साल की उम्र में जब उन्होंने पहला गाना कंपोज कर डाला तब उनके पापा को यकीन हो गया कि वे लाइफ में जरूर कुछ बड़ा करेंगे लेकिन विशाल भारद्वाज संगीत में करियर बनाने से पहले अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहते थे। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने बतौैर संगीतकार ही इंडस्ट्री में कदम रखा। इसके बाद वो निर्देशन में उतरे और फिर इंडस्ट्री को एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्में दे डाली। इन फिल्मों में कुछ ऐसी फिल्में हैं जो फैंस की जुबान पर हैं।
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इस फिल्म से रखा डायरेक्शन में कदम
इन फिल्मों में ‘मकड़ी’, ‘ओमकारा’, ‘कमीने’, ‘हैदर’ और ‘7 खून माफ’ शामिल हैं। बता दें, साल 2002 में आई फिल्म ‘मकड़ी’ से उन्होंने बतौर डायरेक्टर डेब्यू किया था। उसके बाद ‘ओमकारा’ और ‘हैदर’ जैसी बेहतरीन फिल्में देकर उन्होंने अपना लोहा मनवाया।