किंग ऑफ पॉप के नाम से मशहूर माइकल जैक्सन (Michael Jackson) के चाहने वालों के लिए 25 जून किसी सदमे की तरह है। यही वह दिन था जब जैक्सन अचानक दुनिया को अलविदा कह गए थे। 25 जून, 2009 को लॉस एंजेलिस में संदिग्ध हालत में उनकी मौत हुई थी। उन्होंने 62 साल की उम्र में आखिरी सांस ली थी। अचानक हुए उनके निधन ने फैंस को हैरान कर दिया था। उनका शव उनके कमरे में मिला था। जिसके बाद उनकी मौत को लेकर अलग-अलग तरह की चर्चा शुरू हो गई थी।
माइकल जैक्सन की मौत के बाद उनके शव का दो बार पोस्टमार्टम हुआ था। जिसकी पहली रिपोर्ट में बताया गया कि उनकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई थी जबकि दूसरी रिपोर्ट में ड्रग्स का ज्यादा सेवन बताया गया था। ऐसे में उनकी मौत किस वजह से हुई यह किसी को पता नहीं चला। इतना ही नहीं माइकल जैक्सन की मौत की वजह से एक डॉक्टर पर केस भी चला। दरअसल डाक्टर के खिलाफ यह कहते हुए मामला दर्ज किया गया कि उसने माइकल जैक्सन को ड्रग्स दिया था और तबीयत खराब होने के बाद उसने पुलिस को इसकी जानकारी नहीं दी।
माइकल के भाई जर्मेन जैक्सन ने उनकी बायोग्राफी 'यू आर नॉट अलोन : माइकल : थ्रू अ ब्रदर आइज' में एक हैरान कर देने वाला खुलासा किया है। जर्मेन जैक्सन ने भाई की बायोग्राफी में खुलासा किया था कि साल 2001 में अमेरिका में हुए आतंकी हमले में माइकल जैक्सन बाल-बाल बचे थे। जिस समय वह हमला हुआ था तो उस समय माइकल जैक्सन को ट्विन टावर्स में एक मीटिंग में शामिल होने के लिए जाना था, लेकिन देर से उठने की वजह से वह उस मीटिंग में शामिल नहीं हो सके।
माइकल जैक्सन के बारे में जिक्र करते हुए जर्मेन जैक्सन ने बायोग्राफी में लिखा था, 'शुक्र है, हममें से किसी को नहीं पता था कि माइकल ट्विन टावर्स में से एक में उस सुबह मीटिंग में शामिल होने वाले थे।' इसके अलावा माइकल जैक्सन अपने पूरे जीवन में काफी विवादों में रहे, लेकिन उनकी लोकप्रियता पूरी दुनिया में हमेशा बरकरार रही।