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क्या ‘धुरंधर’ के जावेद खनानी की वजह से बंद हुए थे भारत में 500-1000 के नोट? 8 नवंबर 2016 से 24 घंटे पहले का वो राज…

Javed Khanani Dhurandhar: 'धुरंधर' फिल्म में दिखाए गए जावेद खननी की मौत और भारत में हुई नोटबंदी के बीच का कनेक्शन आज भी एक अनसुलझी पहेली है. जिस वक्त भारत में 500 और 1000 के नोट बंद किए गए, उस समय एक महीने के अंदर ही दो घटनाएं हुईं.

Javed Khanani Demonetization

Javed Khanani Demonetization: आदित्य धर की फिल्म 'धुरंधर' की हर जगह तारीफ हो रही है, लेकिन आपने अगर गौर किया हो तो इस फिल्म में एक ऐसे व्यक्ति का किरदार भी दिखाया गया है, जो नकली नोटों का कारोबार करता था. दरअसल बात हो रही है जावेद खननी की, जिसे दुनिया का सबसे बड़ा हवाला ऑपरेटर माना जाता था. जिस वक्त भारत में 500 और 1000 के नोट बंद किए गए, उससे एक दिन पहले ही इसके भाई अल्ताफ खनानी को अमेरिका में गिरफ्तार किया गया था. वहीं सबसे हैरानी की बात ये थी कि इसी के आस-पास करीब एक महीने के अंदर ही जावेद खनानी की भी मौत हो गई. बॉलीवुड के स्क्रीनराइटर और फिल्म क्रिटिक सिद्धार्थ अरोड़ा 'सहर' ने फेसबुक पर एक पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने इसकी पूरी कहानी बताई है. आइए जानते हैं इस कहानी के हिसाब से क्या है नोटबंदी और दोनों भाइयों का कनेक्शन…

नकली नोटों का कारोबार

अल्ताफ और जावेद खनानी अपने काले कारनामों से भारत की अर्थव्यवस्था को भारी चोट पहुंचाने की कोशिश की. दिखने में ये दोनों भाई मनी एक्सचेंज का काम करते थे, लेकिन पर्दे के पीछे इनका असली साम्राज्य हवाला, मनी लॉन्ड्रिंग और जाली नोटों के काले कारोबार पर टिका हुआ था. इनका सबसे बड़ा हथियार था भारतीय नकली नोट थे. हालांकि अल्ताफ खनानी अपने भाई को छोड़कर अमेरिका निकल गया और वहां मनी लॉन्डरिंग करता था.

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7 और 8 नवंबर का वो ऐतिहासिक कनेक्शन

खनानी ब्रदर्स के पतन की शुरुआत सितंबर 2015 में हो गई, जब अमेरिकी एजेंसी (DEA) ने अल्ताफ खनानी को दबोच लिया था. वहीं इसके बाद 7 नवंबर 2016 को अमेरिका की एक अदालत ने अल्ताफ को 20 साल की सजा सुनाते हुए ढाई लाख डॉलर का जुर्माना भी लगाया. किस्मत का खेल देखिए कि इसके ठीक अगले दिन ही यानी 8 नवंबर 2016 को भारत में रात 8 बजे 'नोटबंदी' का ऐलान हो गया. हालांकि इस फैसले से पाकिस्तान में बैठे जावेद खनानी की कमर टूट गई, क्योंकि उसके पास मौजूद हजारों करोड़ों के जाली नोट रातों-रात रद्दी बन गए थे. इससे वह अंडरवर्ल्ड और आतंकी संगठनों के कर्ज में डूब गया.

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क्या था जावेद खनानी की मौत का सच?

भारत में 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी हुई और इसी के आसपास जावेद की मौत हो गई. जावेद खनानी के पार्टनर्स के मुताबिक, 4 दिसम्बर 2016 को खनानी अपनी आठ मंजिला बिल्डिंग से नीचे गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई. हालांकि परिवार वाले उसकी मौत को आत्महत्या बता रहे थे. हालांकि यह अभी भी एक रहस्य बना हुआ है कि जावेद ने आत्महत्या की थी या उसकी हत्या हुई थी. पोस्ट में जो बताया गया है, उसके मुताबिक एसपी जावेद मुश्ताक ने जावेद खनानी की मौत को लेकर जांच बिठाई, लेकिन वो पूरी नहीं हो सकी. जांच में इस बात का पता लगाना था कि जावेद की मौत हत्या थी, आत्महत्या थी या फिर हादसा था.

'धुरंधर 2' में कैसे होगी जावेद खनानी की मौत?

'धुरंधर' के दूसरे पार्ट में जावेद खनानी की मौत को लेकर भी पोस्ट में लिखा गया है. जहां बताया गया है कि वह निर्माणाधीन आठ मंजिला इमारत के नीचे गिरा और बिजली के हाई-वोल्टेज तारों से टकराया और करंट के जोरदार झटकों के बीच तड़प-तड़प कर उसकी जान चली गई. हालांकि फिल्म में ये सीन रात के समय का दिखाया जाएगा, जिससे बिजली के तारों से निकलने वाली वो चिंगारियां दिखाई जा सकें.


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