FIR on Ganesh Acharya: मशहूर कोरियोग्राफर गणेश आचार्य एक बार फिर कानूनी पचड़े में फंसते नजर आए हैं। कोरियोग्राफर के खिलाफ लखनऊ के गोमतीनगर पुलिस ने जालसाजी और धोखाधड़ी मामले में एफआईआर दर्ज की है। 30 अक्टूबर को गोमतीनगर थाने में दर्ज कराई गई एक शिकायत में गणेश आचार्य का भी नाम है। दरअसल, पीड़ित ने 31 अक्टूबर को ‘देहाती डिस्को’ फिल्म के प्रोड्यूसर कमल किशोर के खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराई थी इस शिकायत में उन्होंने गणेश आचार्य का भी नाम लिखा था।
कैटरिंग से जुड़ा है मामला
रिपोर्ट की मानें तो, पीड़ित की ओर से गणेश आचार्य का नाम लिखे होने के बावजूद भी पुलिस ने एफआईआर में उनका नाम दर्ज नहीं किया था। पुलिस ने बाद में गणेश आचार्य को नामजद किया है। दरअसल, 30 अक्टूबर को मानकनगर के रहने वाले मधुसूदन राव ने गोमतीनगर एल्डिको निवासी फिल्म प्रोड्यूसर कमल किशोर के खिलाफ जालसाजी, धोखाधड़ी और धमकाने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मधुसूदन का आरोप है कि उसने ‘देहाती डिस्को’ नाम की फिल्म की शूटिंग के दौरान कैटरिंग का पूरा काम देखा था। इसके लिए उनका 7.37 लाख रुपए का बिल बना था, जिसका भुगतान प्रोड्यूसर कमल किशोर ने नहीं किया। पीड़ित का ये भी आरोप है कि पैसे मांगने पर कमल किशोर ने उन्हें जमकर धमकाया था।
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गणेश आचार्य पर लगा पैसे हड़पने का आरोप
एफआईआर में गणेश आचार्य का नाम इसलिए दर्ज है, क्योंकि पीड़ित ने पुलिस को बताया है कि इस फिल्म के लिए कोरियोग्राफर ने ही उन्हें कैटरिंग का काम दिलाया था। काम पूरा होने के बाद भी उनका पेमेंट नहीं किया गया है। पीड़ित ने आरोप लगाया है कि भुगतान मांगने पर गणेश आचार्य और कमल किशोर ने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया। पीड़ित शख्स के मुताबिक, गणेश आचार्य और कमल किशोर ने मिलकर उनके पैसे हड़प लिए।
पुलिस ने दिया कार्यवाही का आश्वासन
एडीसीपी की तरफ से बताया गया है कि पीड़ित की शिकायत पर फिल्म प्रोड्यूसर कमल किशोर को नामजद किया गया था लेकिन गणेश आचार्य का नाम गलती से छूट गया था। विवेचना की शुरुआत में 5 नवंबर को केस में गणेश आचार्य का नाम भी जोड़ दिया गया। एडीसीपी ने मामले की पूरी जांच का आश्वासन दिया है।
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