नम्रता शर्मा - अमेरिका में कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामलों के बीच पुलिस हिरासत में लिए गए और अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लोएड (George Floyd) की मौत के बाद से ही वहां अशांति का माहौल बना हुआ है। अमेरिकी नागरिकों में पुलिस के अमानवीय चेहरे को लेकर काफी आक्रोश है। पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी हो रही है। अश्वेत नागरिक को इंसाफ दिलाने की मांग लगातार की जा रही है। हॉलीवुड सेलिब्रिटीज भी इस मामले में बेबाक तरीके से अपनी राय रख रहे हैं तो वहीं बॉलीवुड के सितारे भी इस मामले में लगाकर जॉर्ज फ्लोएड को अइंसाफ देने की मांग कर रहे हैं।
अमेरिका में रंग भेद के खिलाफ लोगों का गुस्सा चरम पर है बॉलीवुड सितारे सोशल मीडिया पर अपने अपने तरीके से विरोध दर्ज करा रहे हैं।
बॉलीवुड के कई सितारों ने सोशल मीडिया अकाउंट पर ब्लैक पोस्टर शेयर किया और इसको नाम दिया ब्लैक आउट ट्यूसडे। इस मूवमेंट को बॉलीवुड इंडस्ट्री में तेजी से फैलाया जा रहा है। करण जौहर, ईशान खट्टर, विकी कौशल, सारा अली खान ने ब्लैकआउट ट्यूसडे मूवमेंट(Blackout Tuesday movement) को सपोर्ट किया। करिश्मा कपूर ने पोस्ट शेयर करते हुए उस पर सफेद रंग से दिल बनाया।
रितेश देशमुख ,सुजैन ,तारा सुतारिया, प्रियंका चोपड़ा ,निक जोनस समेत तमाम सितारों ने आगे आकर अमेरिकन पुलिस(American police) की नीति का विरोध किया।
इन सबके साथ साथ मंदिरा बेदी, राधिका मदान ,वरीना हुसैन, विक्रम भट्ट, लारा दत्ता, अमृता अरोड़ा, दीया मिर्जा, हिमांश कोहली, जरीन खान ,अदनान सामी ,शमिता शेट्टी, फरहा अली खान, प्रीति जिंटा, गुल पनाग ,तनुश्री दत्ता, महेश बाबू ,सुखबीर सिंह समेत तमाम सितारों ने इसके खिलाफ विरोध दर्ज कराया है।
बॉलीवुड एक्ट्रेस नरगिस फाखरी तो इन दिनों अमेरिका में ही रह रही हैं। नरगिस विरोध करने के लिए सड़कों पर उतर आई। सड़क पर उतरकर हाथ में बैनर (banner) लिए नरगिस(Nargis) की फोटो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है।
नरगिस ने खुद अपने इंस्टाग्राम(Instagram) पर भी ये पोस्ट शेयर किया है।
आपको बता दें हाल ही में 20 डॉलर का नकली नोट इस्तेमाल करने के आरोप में अश्वेत अमेरिकन जॉर्ज फ्लोएड को पुलिस ने हिरासत में लिया था। घटना के बाद से ही कई सारे वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जिनमें पुलिस का अमानवीय चेहरा नजर आ रहा है। एक वीडियो में पुलिसकर्मी जॉर्ज के गले को घुटने से दबाए नजर आ रहा है और ये कहते-कहते जॉर्ज बेहोश हो गए कि उन्हें सांस नहीं आ रहा और उन्हें पानी चाहिए, लेकिन पुलिसकर्मी ने उनकी एक न सुनी और जॉर्ज की जान चली गई थी। उसके बाद से ही अमेरिका में लोग सड़कों पर उतर आए हैं। पुलिस की इस बर्बरता का खुलकर विरोध हो रहा है और रंग भेदी अत्याचार के खिलाफ आवाज बुलंद की जा रही है।